आइये आज के समय की सबसे ज्वलंत समस्या की बात करते हैं - 

Most uncommonly talked yet felt word : FOMO यानी Fear of Missing out अर्थात्  पीछे छूट जाने का डर 



क्या और क्यों :
यहाँ हम कोई प्रतिस्पर्धारेस या परीक्षा की बात नहीं कर रहे वरन् वास्तविक जीवन की अनदेखी continuous दौड़ के साथ पनपते एक pandemic की बात कर रहे हैं  इस के चलते लोग मानसिक रूप से बीमार हो रहे हैं, उनका Self confidence डगमगा रहा हैं, उनका अपने आप पर से विश्वास कम हो रहा हैं😟 



आज के युग में  कोई भी इस “बीमारी” से अछूता नहीं हैं क्योंकि लोग अपने विश्वास से ज़्यादा दूसरो के  validation पर ज़्यादा यक़ीन करते हैI मज़ेदार बात ये हैं की हम कई बार ऐसे मंत्रमुग्ध हो जाते हैं की अपना   भला बुरा भी नहीं सोच पाते और नशे की सी अवस्था में काम करते हैं 

 

तब सामने वाले हमारे मनोभावों के साथ खेलहमारा उपयोग करने लग जाता हैं फिर उस का कहा तो पत्थर की लकीर और मेरा विश्वास नगण्य - ऐसी मानसिकता के साथ हम अक्सर अपना स्वाभिमान छोड़ दूसरो के   हाथों की कठपुतली हो जाते हैं अर्थात हम अपने जीवन का रिमोट उस के हाथो में दे देते हैं 
और वो अपने अनुसार 
हमे नचाता हैं 



आज के सोशल मीडिया युग में ये केवल युवाओ और बुजुर्गों की ही नहीं बल्कि हर शख़्स के दिल के अंधेरे भाग में छुपा एक latest मर्ज़ हैं BEWARE क्योंकि इस को ज़रूरत से ज़्यादा importance देने पर ये नासूर बन   कैंसर में तब्दील हो सकता हैं । नीचे Millennial (यानी 1981 से 1996 तक जन्मे) लोगो के के अंदर अक्सर होने वाले FOMO का रुझान दर्शाया गया हैं :


     What is Fear of Missing out (FOMO) in eCommerce?


इस के कुछ लक्षण निम्न प्रकार से  होते हैं :


         social-media-crazy – Web Design Columbus, OH | Online Marketing | Social  Media | Branding | Email Marketing

आजकल ये अनजाने लोगो के like/comment हमारी युवा पीढ़ी का विश्वास बढ़ा / घटा देता हैं क्योंकि वो   अपने विश्वास से ज़्यादा किन्ही दूसरो (जिन को हम ठीक से जानते भी नहींके नज़रिये को प्राथमिकता देते हैं  

 

निदान और नुस्ख़े :
मानो ना मानो इसे सिर्फ़ आप और आप ही कंट्रोल कर सकते हैं  अक्सर ये आप के अपने दिमाग़ की उपज होती हैं और किसी दूसरे को इस से कोई लेना देना नहीं होता  पर दुनिया का कायदा हैं की जो डरे या जले उसे और अधिक डराया या जलाया जाता हैं जिससे वो स्वयं से 
अधिक दूसरे पर विश्वास करने लग जाये I अगर आप अपने मार्ग और विचारो पर स्थिर हैं और लोगो की   बेमतलब बातों की चिंता नहीं करते तो आप सुकून में हैं। अब समय हैं FOMO से JOMO (Joy of missing out) पर जाने का जिससे ख़ुशियाँ बरकरार रहेगी और आप निष्फिक्र रहें I

JOMO is the New FOMO: Trade with the Joy of Missing Out

JOMO में व्यक्ति दूसरे क्या कर रहे हैं की चिंता से ऊपर उठ कर अपने कार्यकालों से संतोष कर लेता हैं । इससे यकीनन उसका जीवन खुशहाल और बेहतर होगा । जब भी हम मुश्किलों से डरने की जगह हल ढूँढने पर ज़्यादा ध्यान देंगे तो सदा ही बड़ी सफलता मिलेगी, बस स्वयं पर विश्वास क़ायम रखना होगा ।


   Transforming FOMO (Fear Of Missing Out) To JOMO (Joy Of Missing Out) - The  Wellness Corner

     

माना की आप unique होआप की एक विशिष्ट पहचान हैं पर सिर्फ़ मैं ही मैं हूँदूजा कोई नहीं मानने से काम  नहीं चलता, मेरे बिना भी ये दुनिया चलती रहेगी सो किस बात का गुमान 🤔 !!! मेरे होने या ना होने से कोई भी कार्य रुकेंगे नहीं तो फिर चिंता कैसी ? मैं महत्वपूर्ण हूँ ये मानना अच्छा हैं,   लेकिन सिर्फ़ मैं ही महत्वपूर्ण हूँ ये मानने से गड़बड़ शुरू हो जाती हैं 

 

जब भीजहाँ भी FOMO होने लगेअपने और अपने ईश्वर पर विश्वास रख आगे बढ़े । फिर आप अपने सदकर्म और उपलब्धियों को बड़ा करने का प्रयास करे

उससे लोग आप के पीछे आयेंगे ना की आप उनके पीछे जायेंगे, 

बाक़ी फिर JOMO हैं ना 😊 II 

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